आईडीएसएमटी की जमीन पर कब्जे की थी साजिश, विद्युत प्रसारण निगम ने लगाया चेतावनी बोर्ड
nagarparishd
-गांवड़ी तालाब के निकट अतिक्रमण
-एक माह से कब्जा करने की कोशिश में लगे हैं भूमाफिया
झालावाड। गांवडी तालाब और रेलवे ट्रेक के बीच जिस जमीन पर कब्जा करने के लिए एक माह से भूमाफिया प्रयासरत है वह नगर परिषद की आईडीएसएमटी कॉलोनी का छूटा हुआ दो बीघा टुकडा है। जिस पर भूमाफियाओं ने सैंकडों डम्पर मिट्टी डाली, नाले पुलिया बंद कर दिए। अब विद्युत प्रसारण निगम ने हाईटेंशन लाइन होने का बोर्ड लगा दिया है।
शहर के छोटी रायपुर रोड पर गांवड़ी तालाब वाकिंग ट्रेक के निकट आईडीएसएमटी कॉलोनी के खसरा नंबर 265 में से दो बीघा जमीन छूटी हुई थी। जो मल्हार बाग की पूर्वी की दीवार से लगी, सीसी रोड से उत्तर और तालाब के दक्षिण में स्थित है। नगर परिषद इस दो बीघा जमीन को हाईटेंशन लाइन के नीचे आ जाने के कारण आवासीय कॉलोनी के रूप में विकसित नहीं कर पाया था। जिसके कारण यह जमीन लंबे समय से खाली पडी थी।
गत दिनों भूमाफिया इस जमीन को कब्जाने के फिराक में लगे थे। इस दौरान सैंकडों डम्बर मिट्टी डालकर इसे समतल कर दिया। यहां बने तीन-चार नालों में भी मिट्टी डालकर भर दिया है। इस दौरान पूरा प्रशासनिक अमला सोया रहा। कार्यवाही के नाम पर जेसीबी ट्रैक्टर जप्त किए लेकिन बरसाती पानी के बहाव वाले नालंों को खुलसा नहीं करवाया। अब गुरूवार को विद्युत प्रसारण निगम ने वहां से गुजर रही हाईटेंशन लाइन के नीचे दो चेतावनी बोर्ड गाडे दिए हैं। जिसमें टावर लाइन से 44 फीट दोनों ओर किसी प्रकार का निर्माण नहीं होने की चेतावनी दी है।
तालाब को सुखाकर कब्जाने की साजिश
वाकिंग ट्रेक पर बने ये नाले इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि रेलवे ट्रैक के आसपास के वन क्षेत्र से बरसात का पानी इन्हीं नालों के जरिए तालाब में आता है। जिससे तालाब पूरे साल लबालब भरा रहता है। भूमाफियाओं की निगाह तालाब के बडे भूभाग को कब्जाने की है। जिससे योजना पूर्वक पानी की आवक को काटने का प्रयास किया गया और नालों को पूरी तरह से भर दिया गया है। जिससे तालाब में पानी की आवक घटने की संभावना है।
बस्तियों को खतरा
रियासत काल से ही रेलवे ट्रेक के दक्षिण की ओर रायपुर की पहाडियों का पानी बरसात में प्राकृतिक नालों के जरिए बहकर इस तालाब में आता है। जिनके बंद हो जाने से बरसाती पानी अब गावड़ी के तालाब में ना जाकर रायपुर रोड के पश्चिम की ओर बसी कॉलोनियों में में फैलेगा। जिसके कारण शुभम सिटी, श्रीनगर कॉलोनी, हाउसिंग बोर्ड, अशोक विहार, रूप नगर के सैकड़ो मकानों में पानी भरने की संभावना है। साथ ही मल्हार सिंह का बाग भी पानी की जद में आ सकता है।
-हाईटेंशन लाइन के नीचे कोई भी निर्माण करना सुरक्षित नहीं है। ऐसे संरक्षित क्षेत्र के नीचे कहीं हमें निर्माण होने की आशंका दिखाई देती है वहां रूटीन वर्क के तहत चेतावनी बोर्ड लगा देते है। इसलिए लाइन के नीचे बोर्ड लगाया है।
सत्यनारायण, अधिशासी अभियंता
विद्युत प्रसारण निगम
-एक खुलासा करवा दिया है। बाकी को भी करवा दिया जाएगा। मौके पर पैमाईश करवाई है। सरकरी जमीन पर किसी भी तरह का अतिक्रमण है तो हटा दिया जाएगा।
नरेन्द्र मीणा, तहसीलदार
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