बेच दिए रास्ते-पार्क, अब बची जगह पर खुलेआम अवैध निर्माण
illegaleconstruction
-शहर के बीचों बीच लालबाग कॉलोनी का मामला
-नियम कानून ताक में, नगर पालिका-प्रशासन मौन
झालावाड। शहर के बीचों बीच गैर कानूनी तरीके से बसाई गई लाल बाग कॉलोनी में भूमाफियाओं ने रास्ते, पार्क और पार्किंग की जगह को तो पहले ही बेच डाला। अब एक मात्र खुली जगह पर भी गत छह माह से बेरोकटोक अवैध निर्माण जारी है। जिला कलक्टर के नोटिस के बावजूद नगर पालिका अधिशासी अधिकारी इस स्थान को सुरक्षित करने के बजाय टालमटोल में लगे हैं।
नेमीनगर लाल बाग स्थित कृषि भूमि पर पहले तो जमीन मालिकों ने अवैध तरीके से भूखंड बेच दिए। जिन पर मकान भी बन गए। बाद में करीब 18 बीघा भूमि की 2013 में 90 बी में भूउपयोग परिवर्तन किया गया गया। कॉलोनाईजरों ने यहां नक्शे और लेआउट प्लान को ताक में रखकर मनमर्जी से भूखंड बेचे। हालत यह हो गई कि राजस्व व नगर पालिका के अधिकारियों के साथ मिलकर रास्ते, पार्क और पार्किंग की जगह तक बेच दी। जो रास्ते 60 फीट चौडाई में आरक्षित किए गए थे उन पर 32 फीट की दुकानें बनाकर बेच डाली। अब पूरी कॉलोनी में एक ही खुला स्थान बचा हुआ था। जहां रेन के बालाजी के नाम से मंदिर और प्राचीन कुड स्थित है। कॉलोनी में बेचे गए सार्वजनिक उपयोग के स्थान के एवज में इस स्थान पर पार्क और पब्लिक यूटीलिटी विकसित की जा सकती है। लेकिन गत करीब छह माह से भू माफियाओं की इस खुले स्थान पर गिद्ध दृष्टि लगी हुई है। यहां बिना निर्माण स्वीकृति के व्यावसायिक कॉम्पलेक्स का निर्माण जारी है। नगर पालिका प्रशासन इसको रोकने के बजाय नतमस्तक है। नगर पालिका प्रशासन ने इस अवैध निर्माण को रोकने के नाम पर तीन चार बार काम रोककर दिखावे की कार्रवाई की। लेकिन दुस्साहस देखिए कि बार बार रोकने के बाद भी निर्माण कार्य जारी है और नगर परिषद इसे सीज कर सुरक्षित करने का साहस नहीं जुटा पा रही।
कलक्टर दे चुके है नोटिस
नगर पालिका प्रशासन की मिलीभगत तो दस्तावेजों से ही स्पष्ट हो रही है। जिला कलक्टर झालरापाटन नगर पालिका अधिशासी अधिकारी को गत 01 नवम्बर 2023 को नोटिस जारी कर चुका है। जिसमें स्पष्ट कहा है कि नगर पालिका अधिशासी अधिकारी ने इस कॉलोनी में सुविधाओं के लिए आरक्षित की गई जगह पर बोड लगाकर सुरक्षित नहीं किया। जिसके कारण इस स्थान पर अतिक्रमण और अवैध निर्माण की स्थिति पैदा हुई है। जिला कलक्टर ने इस नोटिस पर तीन दिन में जवाब मांगा था।
बालाजी को भी नहीं बख्शा
कॉलोनाईजरों ने इस कॉलोनी में सभी रास्तों को छोटा कर दिया और भूखंड बडे करके बेच दिए। जिससे सडकों के आसपास पार्किंग की जगह नहीं बची। गलियां बेहद संकडी हो गई। पार्क के नाम पर कोई स्थान नहीं बचा है। लेकिन पेट्रोल पंप के सामने रेण के बालाजी और कुछ के आसपास खुला स्थान बचा हुआ था। ले आउट में परिवर्तन कर इस स्थान पर पार्क और वाहन पर्किग की सुविधा की जा सकती थी। लेकिन इस स्थान पर भी बिना कोई निर्माण स्वीकृति के अवैध निर्माण जारी है। भू माफियाओं ने प्राचीन कुंड और बालाजी मंदिर के लिए थोडी सी जगह छोडी है। यहां स्थित रेणी का छायादार पेड की शाखाओं को भी काट दिया और मौका देखकर मूल तने को काटे जाने की आशंका है। जिससे जनोपयोगी स्थान समाप्त हो रहा है। लेकिन नगर पालिका ने इस स्थान को सुरक्षित करने का कोई प्रयास नहीं किया।
तीन चार बार रूकवा दिया
-इस जगह पर पारिवारिक विवाद होने से कोर्ट में है और कनवर्ट भी नहीं हुई है। ये अभी एग्रीकल्चर लैंड है। जो कुंड के पास निर्माण चल रहा है उसे नगर पालिका ने तीन चार बार रूकवा दिया था। लेकिन एक दो दिन बार फिर चालू कर देते हैं। अभी काम चल रहा है तो मैं इसको दिखवाता हूं।
हेमेन्द्र सिंह, अधिशासी अधिकारी
नगर पालिका झालरापाटन
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