झालावाड़ राजमाता स्वरूपा कंवर पंचतत्व में विलीन
-क्षरबाग में हुई अंतिष्टि
-पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित कई प्रमुख लोग मौजूद रहे
झालावाड। झालावाड पूर्व राजपरिवार की राजमाता स्वरूपा कंवर की अंत्येष्टि बुधवार को क्षार बाग में हुई। इस दौरान राजस्थान के कई राजपरिवार और राजनैतिक लोगा उपस्थित रहे।
राजमाता स्वरूपा कंवर का सोमवार को दिल्ली में निधन हो गया था। मंगलवार देर शाम उनकी पार्थिव देह को लेकर उनके पुत्र चंद्रजीत सिंह तथा अपराजिता सिंह झालावाड पहुंचे। यहां बुधवार सुबह आठ बजे पृथ्वी विलास पैलेस में उनकी देह को अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया।
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी सुबह पृथ्वी विलास पैलेस पहुंची और दिवंगत राजमाता के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सांसद दुष्यंत सिंह सहित क्षेत्रीय विधायक व शहर के गणमान्य सहित विभिन्न राजघराने के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। बाद में राजमाता की पार्थिव देह को गढ़ परिसर में शहर वासियों के अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया। ऐसे में श्रद्धांजलि देने के लिए शहर के लोगों की भीड उमड पडी। यहां से उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई जो गढ़ परिसर से शहर के प्रमुख मार्गों पर होकर क्षारबाग पहुंची। जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।
स्वरूपा कुमारी टिहरी गढ़वाल के पूर्व नरेश कर्नल मानवेंद्र शाह की पुत्री थी। जिनका विवाह 19 अप्रैल 1968 को झालावाड़ के पूर्व नरेश महाराज राणा इंद्रजीत सिंह के साथ हुआ था। इनके दो पुत्र चंद्रजीत सिंह तथा अपराजीत सिंह और एक पुत्री है।
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