हुनर सिखाकर सपने कर रही साकार
women s day
beauty and cosmetic
वुमेन डे स्पेशल
आत्मनिर्भर नारी-
महिलाओ- युवतियों को हाथ हुनर सिखाकर प्रधानमंत्री के सपने को कर रही साकार, अब तक 200 से अधिक को फ्री प्रशिक्षण, भवानीमण्डी की सविता ने शुरू किया अभियान
प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को जमीनी स्तर पर आकार देने का काम कर रही है झालावाड़ जिले के भवानीमण्डी की रहने वाली सविता घुता। beauty and cosmetic पॉर्लर संचालिका सविता ने नारियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु एक अभियान के रूप में शुरुवात की और सालभर में लगभग 200 से अधिक महिलाओ और युवतियों को ब्यूटी पार्लर का कोर्स फ्री में करवाया। नारियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। घुता कहती है क्षेत्र की हर जरूरतमंद महिलाये और युवतियां को हाथ हुनर सीखा कर प्रधानमंत्री जी के सपने आत्मनिर्भर भारत में सहयोग करना चाहती है।
ऐसे बनी सोच और शुरू कर दिया अभियान
घुता एक beauty and cosmetic ब्यूटी पार्लर संचालिका व ग्रहणी है, साथ ही समाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी कार्यरत है। अक्सर महिलाएं जब उनके पार्लर में आती है तो उनकी जिंदगी से जुड़ी कहानियों और आपबीतियो को बताती है, कई महिलाओ को समाजिक प्रताड़ना व शोषण का शिकार होना पड़ता है, जिसका मुख्य कारण महिलाओ की दुसरो पर निर्भरता है। इन सब से कुंठित होकर महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने का सोचा और एक अभियान शुरू कर दिया।
अबतक 200 जरूरतमंद वुमेन को निशुल्क प्रशिक्षण
समाजसेविका व beauty and cosmetic पार्लर संचालिका सविता घुता पिछले 1 साल में लगभग 200 से अधिक महिलाओ -युवतियों को फ्री ब्यूटी पार्लर का कोर्स करवा चुकी है जिसमे से कई महिलाएं अपना खुद का पार्लर चला रही है व कई युवतियां ब्यूटीशियन के रूप में जॉब कर रही है। 150 युवतियों और 50 महिलाओ को फ्री ब्यूटी पार्लर कोर्स करवाया जिसमे से कई महिलाएं खुद के पैरों पर खड़ी होकर अपना जीवन- यापन कर रही है।
सरकार से आस- यह करें तो हर नारी बन पाएगी आत्मनिर्भर
केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के उधेश्य से सरकारी विद्यालयों में वोकेशनल टीचर ( व्यावसायिक शिक्षक) लगाए है जो सरकार की एक अच्छी पहल है। पर खामी यह कि इन टीचर्स का प्लेसमेंट गैर सरकारी संस्थानों के हाथ में है जो प्लेसमेंट के नाम पर रिश्वत के चक्कर में अयोग्य टीचरों को पदस्थ कर रहे, जिससे योग्यता धारी टीचर्स और स्कूली बच्चों दोनो का नुकसान हो रहा है, और व्यावसायिक शिक्षा का जमीनी स्तर पर क्रियान्वन नही हो पा रहा है।
अगर जांच हो तो लगाए गए शिक्षकों में से कइयों के पास तो सम्बन्धित डिग्री और डॉक्युमनेट्स तक नही है और कई मात्र 12 वीं पास है।
खास बात यह है कि सविता घुता ने स्वयं व्यावसायिक शिक्षा (beauty and Wellnes ) में स्नातकोत्तर किया है।
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