स्नेह मिलन की पिचकारी में भाया के खिलाफ बगावत के रंग
congress _Loksabha _election
-वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने की पूर्व जिलाध्यक्ष कैलाश मीणा की घर वापसी की पैरवी
-पूर्व मंत्री भाया ( pramodjain _bhaya )के खिलाफ उठे विरोध के स्वर,
-नेता बोले भाया बारां संभाले, झालावाड को हम देख लेंगे
झालावाड। आगामी लोकसभा चुनाव ( Loksabha _election) में झालावाड जिले को साधना पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया ( pramodjain _bhaya ) के लिए मुश्किल भरा साबित हो सकता है। इस बात के संकेत मंगलवार को पूर्व कांग्रेस (congress) जिलाध्यक्ष कैलाश मीणा की ओर से झालरापाटन में आयोजित होली स्नेह मिलन समारोह में दिखाई दिए। कार्यक्रम में कांग्रेस (congress)के कई वरिष्ठ नेताओं ने भाया की खुलकर खिलाफत करते हुए जिले के कार्यकर्ताओं पर जिलाध्यक्ष थोपने का आरोप लगाया। नेताओं ने मंच से लोकसभा चुनाव ( Loksabha _election)में जाने से पूर्व कैलाश मीणा की कांग्रेस मेे वापसी और जिले का नेतृत्व बदलने की मांग उठाई।
आगे बात करने से पूर्व यह जान लेना जरूरी है कि कांग्रेस (congress)ने झालावाड-बारां लोकसभा क्षेत्र के लिए पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया ( pramodjain _bhaya ) की पत्नी ओर बारां जिला प्रमुख उर्मिला जैन ( urmilajain ) को प्रत्याशी बनाया है। उनका मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र सांसद दुष्यंत सिंह से है।
दूसरी ओर मनोहरथाना के पूर्व विधायक और पूर्व जिलाध्यक्ष कैलाश मीणा (kelashmeena ) गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड चुके हैं। इस कारण वे कांग्रेस (congress) से निष्कासित है। मीणा विधानसभा चुनाव में टिकट काटने पर पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया ( pramodjain _bhaya ) के खिलाफ खुला विरोध कर चुके है।
मंगलवार को इसी कडी में कैलाश मीणा (kelashmeena ) की ओर से कांग्रेस (congress) कार्यकर्ताओं का स्नेल मिलन समारोह झालरापाटन में रखा गया। जिसमें बडी संख्या में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सहित कार्यक्रर्ता शामिल हुए।
समारोह में कई वरिष्ठ नेताओं ने मंच से भाया का नाम लेकर कहा कि भाया झालावाड जिले में कांग्रेस को कमजोर कर रहे है।
पूर्व जिलाध्यक्ष मदन लाल वर्मा बोले कि जिले की कांग्रेस (congress) पर नेतृत्व थोपा जा रहा है। कांग्रेस के ऐसे लोग नेतृत्व कर रहे हैं जिनके पीछे पांच लोग भी नहीं है। जिससे कांग्रेस की फजीहत हो रही है। इस जिले से भाजपा की मुख्यमंत्री होने के बाजवूद कांग्रेस कार्यकर्ता मजबूती से खडा रहा। लेकिन जिन लोगों को संगठन का कोई अनुभव नहीं रहा वे सीधे जिलाध्यक्ष बना दिए गए। आगामी चुनाव में कांग्रेस को मजबूती से लडना है तो हालात बदलने होंगे।
पूर्व जिला सचिव सलीम खान ने भाया को चाहिए कि वे बारां को संभाले। झालावाड को स्थानीय नेताओं के लिए छोड दें। भाया ने यहां ऐसा जिलाध्यक्ष थोपा है जिसे संगठन और पार्टी नेताओं से कोई लेना देना नहीं है। आगामी चुनाव यदि मजबूती से लडना है तो नेतृत्व परिवर्तन और कैलाश मीणा (kelashmeena ) की वापसी होनी चाहिए। इसके लिए कांग्रेस (congress) को प्रयास करने होंगे।
यूथ कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह झाला ने कहा कि कैलाश मीणा (kelashmeena ) झालावाड जिले में कांग्रेस के मजबूत स्तंभ है। वे 1990 से कांग्रेस में सक्रिय हैं और मनोहरथाना जैसी जगह पर कांग्रेस को मजबूत किया है। आज वे कांग्रेस से बाहर है तो कांग्रेस कमजोर हुई है। उन्होंने कहा कि यहां से प्रतिनिधिमंडल जयपुर जाकर मीणा की वापसी के लिए प्रदेशाध्यक्ष से आग्रह करेगे।
कर्यक्रम में खानपुर विधायक सुरेश गुर्जर ने कहा कि कैलाश मीणा (kelashmeena ) कांग्रेस से बाहर नहीं है। वे कांग्रेस के साथ ही है। सभी कार्यकर्ताआंे को एकजुट होकर कांग्रेस के हाथ को मजबूत करना है।
इस दौरान कैलाश मीणा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक मोहनलाल राठौर, मीनाक्षी चंद्रावत, पूर्व जिलाध्यक्ष रघुराज सिंह हाडा, पूर्व चेयरमेन अनिल मीणा आदि ने भी विचार व्यक्त किए। कर्यक्रम का संचालन झालरापाटन पूर्व नगर पालिका चेयरमेन मुबारिक मंसूरी ने किया।
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