देश में पहली बार वृद्ध और दिव्यांगों के लिए होम वोटिंग
बुजुर्गों का सम्मान : वोट लेने घर पहुंचा निर्वाचन आयोग
- प्रथम दिन 247 मतदाताओं ने घर से डाले वोट
झालावाड़। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के दौरान भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 80 वर्ष से अधिक आयु के वृद्ध एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं के लिए प्रारंभ की गई होम वोटिंग की सुविधा के पहले दिन बुधवार को झालावाड जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में 247 मतदाताओं के पोस्टल बैलेट के माध्यम से वोट डाले। वोट डलवाने के लिए निर्वाचन आयोग के कर्मचारी मतदाताओं के घर पहुंचे।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी (अतिरिक्त जिला कलक्टर) नरेश कुमार मालव ने बताया कि मंगलवार को विधानसभा क्षेत्र डग में 65 झालरापाटन में 82 खानपुर में 53 तथा विधानसभा क्षेत्र मनोहरथाना में 47 पात्र मतदाताओं ने अपने वोट का उपयोग किया।
88 वर्षीय गौरा बाई ने घर से किया मतदान
होम वोटिंग की सुविधा के दौरान मनोहरथाना विधानसभा क्षेत्र में ग्राम असनावर निवासी 88 वर्षीय गौरा बाई ने घर पर मतदान किया। गठित मतदान दल ने पूर्ण गोपनीयता के साथ गौरा बाई से पोस्टल बैलेट के जरिये मतदान करवाया। मतदान करने के पश्चात् गौरा बाई ने कहा कि उनकी आयु अधिक होने के कारण वह मतदान केन्द्र तक जाने में सक्षम नहीं थी परन्तु होम वोटिंग की सुविधा से उनको अपने मताधिकार का उपयोग करने का अवसर प्राप्त हुआ।
दिव्यांग दिनेश कुमार ने घर से किया मतदान
विधानसभा क्षेत्र खानपुर के बलाई मोहल्ला निवासी दिनेश कुमार 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले विशेष योग्यजनों की श्रेणी में आते हैं। इस कारण मंगलवार को होम वोटिंग की प्रक्रिया के अन्तर्गत मतदान दल द्वारा उनके घर पर जाकर व्यवस्थित तरीके से पोलिंग स्टेशन बनाकर उनका मतदान करवाया गया। मतदान करने के पश्चात् दिनेश कुमार ने कहा कि दिव्यांग होने के कारण वह मतदान हेतु पोलिंग बूथ पर जाने में असमर्थ थे इसलिए उन्होंने होम वोटिंग की सुविधा के लिए आवेदन किया जिसके फलस्वरूप मंगलवार को मतदान दल उनके घर पहुंचा। विधानसभा क्षेत्र खानपुर के दिव्यांग मतदाता रामेश्वर ने होम वोटिंग की प्रक्रिया के दौरान मंगलवार को स्वयं के घर पर पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान किया। मतदान के पश्चात् रामेश्वर ने कहा कि किसी भी चुनाव में एक-एक मत का महत्व होता है।
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