झालावाड़ नगर परिषद बांट रहा फर्जी फायर एनओसी, जिनकी निर्माण स्वीकृति नहीं उन्हें भी दे दी
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-पूरे शहर में मात्र 16 व्यावसायिक भवनों के पास फायर एनओसी, उनमें भी आधी फर्जी
-होटलों और रिसोर्ट मेें चमक दमक पूरी, सुरक्षा जीरो
-मकानों से घिरे टावरनुमा भवनों में अस्पताल
झालावाड़। झालावाड नगर परिषद फर्जी फायर एनओसी बांट रहा है। पूरे नगर परिषद क्षेत्र में केवल 16 ही व्यावसायिक भवनों के पास अग्निशमन सुरक्षा की एनओसी है। इनमें भी कई भवन ऐसे हैं जिनकी नगर परिषद ने न तो निर्माण स्वीकृति दी और न ही इन भवनों और भूमि के नक्शे टाउन प्लानर ने स्वीकृत किए। स्वायत्त शसन विभाग को सेवा, स्वीकृति और करों के नाम पर पाई जिन्होंने जमा नहीं कराई उन्हें भी नगर परिषद के फायर विभाग ने एनओसी जारी कर दी।
झालावाड नगर परिषद के अग्निशमन विभाग ने पूरे शहर में अब तक महज 16 व्यावसायिक भवनों को फायर सेफ्टी की एनओसी जारी की है। इनमंे 9 अस्पताल, चार होटल एवं रिसोर्ट और तीन स्कूल शामिल हैं। इनमें से कई भवन ऐसे हैं जिनका न तो उपयुक्त श्रेणी भू रूपांतरण किया गया और न ही उन्होंने नगर परिषद से भवन निर्माण के लिए स्वीकृति ली। इनके भूमि और भवनांे के नक्शे भी टाउन प्लानर से स्वीकृत नहीं है। ऐसे भवनों ने जमीन खरीद से लेकर भवन बनाने और व्यवसाय संचालित करने तक एक पाई भी स्वायत्त शासन विभग को जमा नहीं कराई। इन भवनों का कोई रिकार्ड नगर परिषद में उपलब्ध नहीं है। इसके बावजूद नगर परिषद के ही अग्निशमन विभाग ने मनमर्जी से इन भवनों को फायर एनओसी जारी कर दी।
टावरनुमा अस्पताल भवन
शहर में कुछ अस्पताल टावरनुमा भवनों में संचालित हो रहे हैं, जो अस्पताल भवन के मापदंडों पर खरे नहीं उतरते। इनके आगे पार्किंग की पर्याप्त जगह नहीं है। कुछ अस्पताल तीन साइड से मकानों से घिरे हैं। आग लगने की हालत में इनके आसपास फायर ब्रिगेड ले जाने की जगह नहीं है। न हीं भवनों में पर्याप्त खिडकियां और निकास द्वार है। आग लगने की हालत में ऐसो भवनों से रोगियों को बाहर निकालना चुनौतिपूर्ण साबित होगा।
जिसका निर्माण कार्य रोका उसे ही दे दी एनओसी
शहर में अखाडे की तलाई स्थित एनएन हॉस्पिटल का भवन नगर परिषद की निर्माण स्वीकृति के बगैर बनाया गया है। इस भवन का अवैध निर्माण रोकने के लिए नगर परिषद की ओर से कई बार नोटिस जारी किए गए और निर्माण कार्य बंद कराया गया। लेकिन नगर परिषद के अग्निशमन विभाग की दरियादिली देखिए कि इस भवन को भी फायर एनओसी जारी कर दी।
होटलों की चमक-दमक पूरी, सुरक्षा ताक में
शहर की हाटल मिस्टीन, व्हाइट हाउस सहित होटल कृष्णा, इंद्रप्रस्थ जैसी दर्जनभर होटलों की सुंदरता और वास्तु देखते ही बनता है। मालिकों ने इनके इंटीरियर और बाह्य सुंदरता पर लाखों रूपए खर्च किए हैं। लेकिन सुरक्षा के नाम पर इनके पास फायर एनओसी तक नहीं है। जबकि इनमे दो दो हजार लोगो के समारोह होते रहते हैं.
इनके पास है एनओसी
अस्पतालः संजीवनी हॉस्पिटल, समर्पण हॉस्पिटल, ट्रोमा सेन्टर, आयुष्मान, एलएन हॉस्पिटल, चिरायु हॉस्पिटल, बालाजी, मां गायत्री आई हॉस्पिटल, आरोग्य आयुर्वेदिक हॉस्पिटल।
होटलः होटल अमन, होटल आनंदा, होटल मानसिंह पैलेस, द सनराइज होटल एण्ड रिसोर्ट और लक् की मैरिज गार्डन।
शिक्षण संस्थानः लेसिया किड्स स्कूल, रूपनगर पब्लिक स्कूल के पास एनओसी है। जबकि दर्जनों स्कूल कॉलेज और कोचिंग संस्थान एसे भीड भरे बाजारों व संकडी गलियों में संचालित हो रहे हैं जहां हादसा होने पर फायर बिग्रेड ले जाने का रास्ता नहीं है। वहीं इन शिक्षण संस्थानों में वर्किंग ऑवर में सैंकडों विद्यार्थी अध्ययनरत रहते हैं।
-जिनकी निर्माण स्वीकृति ही नगर परिषद ने जारी नहीं की उन भवनों को तो फायर एनओसी कैसे दी जा सकती है। यदि ऐसा हो रहा है तो कल मैं दिखवाता हूॅ। डिपार्टमेंट में जिसने ये एनओसी जारी की होगी उसकी जांच करवाकर नोटिस दिए जाएंगे। शहर की सभी व्यावसायिक भवनों को नागरिक सुरक्षा नियमों की पालना करनी चाहिए। जिन भवनों ने फायर एनओसी नहीं ली है उन्हें जल्दी ही नोटिस जारी किए जाएंगे।
नरेन्द्र मीणा, कार्यवाहक आयुक्त
नगर परिषद, झालावाड
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