पांच लाख में लगाए दो हैण्डपंप, मौके पर गड्ढा भी नहीं
panchayatiraj
-तीतरवासा सरपंच व सचिव का कमाल
-आश्रम के सामने व एसटी बस्ती में नहीं लगा कोई हैण्डपंप
-भ्रष्टाचार के दर्जनों किस्से
झालावाड। पंचायती राज मंे गांवों के विकास के लिए आ रहा सरकारी धन किस तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ रहा है, इसका उदाहरण तीतरवासा ग्राम पंचायत में देखने को मिल रहा है। इस ग्राम पंचायत के सरपंच व सचिव ने साठ-सत्तर हजार रूपए में लगने वाले हेण्डपंप के नाम पर सरकारी कोष से 3 लाख 70 हजार रूपए उठा लिए और हैण्डपंप भी नहीं लगाया।
गांव बीरियाखेडी में ग्राम पंचायत की ओर से बजट सत्र 2022-23 के दौरान वहां स्थित आश्रम के सामने हेण्डपम्प लगया गया है। जिस पर ग्राम पंचायत ने 3 लाख 71 हजार 700 रूपए खर्च किए हैं। लेकिन मौके पर आश्रम के आसपास कोई हेण्डपंप नहीं लगा। इस बस्ती के लोगों ने बताया कि यहां कोई हेण्डपम्प गत सालों के दौरान नहीं लगा। इसके पास ही एसटी समाज की बस्ती है। इस बस्ती में भी वित्तीय वर्ष 2021-22 में एक लाख 16 हजार 939 रूपए एक हेण्डपंप लगाने पर खर्च किए गए हैं। लेकिन बस्ती में कोई हेण्डपंप नहीं है। न ही इस सत्र के दौरान बस्ती में हैण्डपंप लगाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि इस बस्ती के लोग दूर स्थित महादेव मंदिर के पास के हेण्डपंप से पानी लाते हैं।
अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीरियाखेडी स्थित आश्रम जो उसके सामने की बस्ती का ही हिस्सा है वहंा गत दो साल के दौरान 4 लाख 88 हजार कागजों में खर्च होना बताया जा रहा है। जबकि मौके पर दोनों में से एक भी हेण्डपंप नहीं है।
पानी को तरस रहे लोग
ग्राम पंचायत के गांवों में अमृत योजना के तहत घर घर तक नीले पाईपों का कनेक्शन तो करीब दो साल पूर्व ही कर दिया गया। लेकिन पानी का अभी तक अता पता नहीं है। जिससे पूरी पंचायत के गांवों में लोग पानी के लिए खासी परेशानी झेल रहे हैं। ग्रामीणांे को दूसरी बस्तियों के हेण्डपंपों से पानी लाना पड रहा है।
एक ही सत्र में दो बार बना नाला
बीरियाखेडी गांव में सत्र 2022-23 के दौरान रामदेवजी के मंदिर से उच्च प्राथमिक विद्यालय की ओर तक नो के निर्माण पर 4 लाख 25 हजार 407 रूपए खर्च किए गए हैं। जबकि इसी सत्र में इसी नाले पर 2 लाख 40 हजार रूपए फिर खर्च किए गए। लेकिन इस बार इस नाले का नाम बजरंग लाल के मकान से स्कूल तक नाली निर्माण रिकार्ड में दर्शाया गया। जबकि हकीकत में पुराने नाले की दीवारों को गिट्टी सीमेन्ट की परत चढाकर करीब 10-12 इंच उंचा किया गया हैै।
प्ंाचायत भवन खाली
तीतरवासा ग्राम पंचायत का ग्राम पंचायत भवन दिनभर खाली पडा रहता है। यहां मौके पर एक केयर टेकर कार्यालय को खोलकर रखता है। जबकि सचिव और अन्य कर्मचारी अक्सर नदारत रहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि काम के लिए कई बार फोन करने पर भी सचिव और कर्मचारी फोन नहीं उठाते और ंपचायत भवन में कोई मिलता ही नहीं। जिससे ग्रामीण अपनी शिकायतें लेकर घूमते रहते हैं।
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