अवकाश के दिन नरेगा मजदूर बना दिए स्कूली छात्र!
-फर्जी फोटो लगाकर किया घोटाला
-नरेगा में थम नहीं रहा फर्जीवाडा
झालावाड़। रोजगार गारंटी योजना में भ्राष्टाचार के लिए कैसी कैसी तिकडम लगाई जा रही है इसका एक नमूना झालावाड जिले के अकलेरा क्षेत्र के मिश्रोली गांव में सामने आया। यहां सरकारी कारिंदों ने साप्ताहिक अवकाश के दिन भी मस्टररोल भर दी और स्कूली छात्रों के फोटो लगाकर फर्जी हाजरी लगा दी। मामला उजागर होने पर विकास अधिकारी ने जेटीए, ग्राम विकास अधिकारी सहित अन्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही मेट को ब्लैक लिस्टेड कर दिया। मिश्रौली ग्राम पंचायत में इस मामले में पहले भी काफी शिकायत मिल रही थी। गुरूवार को साप्ताहिक अवकाश होने के बाद भी ग्राम पंचायत के कर्मचारियों ने श्रमिकों की ऑनलाइन उपस्थिति भर दी। इसके लिए स्कूली बच्चों के फोटो से फोटो कॉपी करके पेस्ट कर दी गई। वैसे तो मनरेगा में उपस्थित दर्ज करने का समय दस बजे का है, लेकिन गुरूवार को प्रातः सात बजे ही पुराने फोटो डालकर नरेगा की साईट पर हाजरी अपलोड कर दी गई। ऐसे मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। अड़तीस श्रमिकों का भुगतान का मामला है। सूत्रों का दावा तो यह है कि यह इसी ग्राम पंचायत में नहीं बल्कि आधा दर्जन से ज्यादा पंचायतों में ऐसा हुआ है। लेकिन ग्राम पंचायत मिश्रोली के में ही अभी पुष्टि हो पाई है और ग्राम विकास अधिकारी अधिकारी दीपेंद्र राजावत को प्राथमिक तौर पर दोषी माना है। ग्रामीणों से जानकारी ली तो पता चला कि जिन लोगों के नाम मस्टररोल में है। उनमें से कुछ लोग तो ग्राम पंचायत के वाशिंदे ही नहीं है। फोटो देख कर ग्रामीणों ने बताया कि जो फोटो अपलोड किए गये वो छात्र है। इस मामले में सारा ठीकरा नरेगा के मेट पर फोड़ा जा रहा है। जबकि पूरी तरह से ग्राम विकास अधिकारी, लिपिक भी दोषी है। फिलहाल कार्यवाही के नाम पर लीपापोती होती दिखाई दे रही है। ग्राम विकास अधिकारी, जेटीए, पंचायत सहायक पर कार्यवाही होती है या मामले को हमेशा की भांति रफा-दफा कर दिया जायेगा। मेट को ब्लेक लिस्टेड कर दिया है। दिपेंद्र सिंह राजावत ग्रा.वि.अधिकारी मिश्रोली जे टी ए, ग्राम विकास अधिकारी, सहित सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किये है। आवश्यक कार्यवाही की जावेगी। जगदीश मीणा विकास अधिकारी प.स. अकलेरा
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