जूनियर छात्राओं से दुर्व्यव्हार करने वाले दो सीनियर निष्कासित, बीस हजार जुर्माना
sexualharassment
-झालावाड़ मेडिकल कॉलेज अनुशासन समिति का फैसला
झालावाड। झालावाड मेडिकल कॉलेज की जूनियर छात्राओं से दुर्व्यव्हार करने के मामले में अनुशासन समिति ने दो सीनियर छात्रों को तीन माह के लिए महाविद्यालय से निष्कासित कर दिया है। साथ ही बीस बीस हजार रूपए का जुर्माना किया है।
ममला 19 सितंबर का है। 2023 बैच की पूनम व निहारिका, 2022 बैच की स्वाती के साथ सीनियर छात्र 2020 बैच के रोहित जाखड, देवेश जांगिड और सचिन पूनिया ने दुर्व्यव्हार किया। छात्राओं की शिकायत पर मामला जांच के लिए स्थाई अनुशासन समिति को भेजा गया। समिति ने मामले की जांच के बाद सामने आया कि छात्र देवेश जांगिड व रोहित जाखड को पूर्व में भी अनुशासन समिति ने कक्षाओं से निलंबित व छात्रावास से निष्कासित किया था। जबकि इस प्रकरण में जांच के बाद दोनों को तीन बिन्दुओ ंपर दोषी पाया गया। जिसमें निष्कासन के बावजूद ये छात्र रात के समय शराब पीकर कॉलेज परिसार में मौजूद पाए गए। साथ ही शराब के नशे में छात्राओं को रोककर दुर्व्यव्हार करने के दोषी पाए गए। समिति ने दानों को कक्षाओं से तीन माह के लिए निष्कासित कर दिया। साथ ही दोनों पर बीस बीस हजार रूपए का आर्थिक जुमाना लगया गया। निष्कासन अवधि पूरी होने और अर्थदंण्ड जमा कराने के बाद परजानों द्वारा अंडरटेकिंग देने पर ही वापस लिया जाएगा। साथ ही चेतावनी दी गई है कि इसकी पुनवावृत्ति हुई तो कॉलेज से स्थाई निष्कासन कर दिया जाएगा।
प्रोफेसर कि खिलाफ प्रताडना की शिकायत
कॉलेज के ईएनटी विभाग की इन्टर्न मूमल सिंह चंद्रल ने अपने ही विभग के प्रोफेसर के खिलाफ महिला उत्पीडन की शिकायत की है। पीडिता ने शिकायत में बताया कि ईएनटी के प्रोफेसर डॉ राकेश वर्मा अप्रिय भाषा का प्रयोग करते हैं, जिससे वह लगातार प्रताडित हो रही थी। गत 20 सितंबर को दोपहर ईएनटी विभाग के कॉरिडोर में साथी रोगियों, इन्टर्न व रेजीडेन्ट्स के सामने डॉ राकेश वर्मा ने हाथ पकडने की कोशिश की, कंधे व पीठ पर गलत मंशा से स्पर्ष किया। लगातार ऐसी हरकतों के बाद मामले की शिकायत प्रिंसिपल एवं नियंत्रक डॉ सुभाष जैन तक पहुंची।
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