झालरपाटन सीट विधान सभा चुनाव 2023
सिंचाई प्रोजेक्ट पर करोडों खर्च, फिर भी आधा दर्जन से अधिक गांवों के खेत प्यासे
-मोजावत ने किया गांवों में संपर्क
-ग्रामीणों ने कहा न बीजेपी को चिंता न कांग्रेस को
झालावाड। झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र के गांव बान्याखेडी में बनाए लघुबांध से सिंचाई परियोजना की पाइप लाइनें डालने का काम 2020 में पूरा हो चुका है। लेकिन राजनीतिक इच्छा शक्ति के अभाव में तीन साल बाद भी इनमें जल प्रवाह शुरू नहीं हो सका है। जिससे आधा दर्जन से अधिक गांवों के खेत सिंचाई के पानी का इंतजार कर रहे हैं। क्षेत्र के इन गांवों में विधानसभा प्रत्याशी रायसिंह मोजावत ने जनसंपर्क किया तो ग्रामीणों का दर्द छलक पडा।
क्षेत्र के गांव मांडा, श्यामपुरा, सरावा, गादिया में रायसिंह मोजावत ने जनसंपर्क कर ग्रामीणों से बातचीत की और उनकी समस्याओं पर चर्चा की। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बान्याखेडी के निकट लघु सिंचाई परियोजना के बांध और सिंचाई की पाइप लाइनों का कार्य सन 2020 में पूरा हो चुका है। लेकिन अभी तक किसी भी राजनेता ने इसे चालू कराने की चिंता नहीं की। ग्रामीण इसके लिए कई जगह गुहार लगा चुके हैं। लेकिन स्थानीय विधायक सहित अन्य किसी भी जनप्रतिनिधि ने ध्यान नहीं दिया। जिसके अभाव में गांव देवनगर, नलखाडी, पृथ्याखेडी, सरावा, बावडीखेड, गादिया, श्यामपुरा, मांडा आदि गांवों के खेत पानी को तरस रहे हैं। नहरी पानी के अभाव में खेतों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता और ट्यूबवैल और कुओं से सिंचाई करना बहुत महंगा साबित हो रहा है।
बस्ती के उपर 11 केवी, हो चुकी है मौत
इस क्षेत्र के सरावा गांव में बस्ती के कई घरों के उपर से 11 केवी विद्युत लाइन गुजर रही है। जिससे घरों में करंट आने का खतरा हमेशा बना रहता है। यहां करंट लगने से पूर्व में एक जने की मौत भी हो चुकी है। दर्जनों शिकायतों के बावजूद आज तक जयपुर विद्युत वितरण निगम ने यहां विद्युत लाइन को नहीं हटाया। इस मामले में ग्रामीण कई नेताओं के चक्कर काट चुके हैं लेकिन किसी ने आज तक इस समस्या का समाधान नहीं कराया। इसके अलावा ग्रामीणों ने इन गांवों में ट्रांसफार्मर और पीने के पानी की समस्या भी बताई
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