प्राचार्य ने अधीक्षक को दिए दुबारा जांच के निर्देश
-एलाईजा टेस्ट के बिना रक्त जारी करने का मामला
-झालावाड मेडिकल काॅलेज
झालावाड़। झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक में 15 माह तक बिना एलाइजा टेस्ट किए रोगियों को रक्त देने और मशीन खराब होने के बावजूद मशीन के दौरान काम आने वाले किट खरीदे जाने के मामले की जांच दुबारा करने के लिए प्राचार्य ने अस्पताल अधीक्षक को निर्देश दिए हैं।
डाॅ संजय पोरवाल ने बताया कि मंगलवार को ही प्राचार्य डाॅ शिवभगवान ने इस मामले में नए निर्देश जारी किए हैं। जिसमें पूर्व में की गई जांच को रिएग्जामिन करने या जरूरत पड़ने पर नई जांच कमेटी बनाकर नए सिरे से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इस मामले की जांच रिपोर्ट पर सवाल खडे होने के बाद गत शुक्रवार को डीन ने इसके तथ्यों में विरोधाभास मानते हुए पुनरावलोकन का निर्णय किया था।
यह था मामला
एसआरजी चिकितसालय के ब्लड बैंक में बिना एलाईजा टेस्ट के ही 15 माह तक रक्त मरीजों को दिया जा रहा था। मशीन खराब होने के दौरान भी ब्लड बैंक प्रभारी द्वारा 58 लाख की यूजेबल किट्स की खरीद की गई और उनका भुगतान उठा लिया गया। इस मामले की शिकायत के बाद जिला कलक्टर ने प्रकरण की जांच के आदेश दिए थे। जिसके बाद प्राचार्य ने तीन सदस्य जांच कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने जांच पूरी कर अधीक्षक को सौंप दी थी। लेकिन एक सप्ताह बाद भी रिपोर्ट जिला कलक्टर तक नहीं पहुंची इसी बीच राज्यपाल के यहां से भी प्राचार्य नाम एक पत्र आ गया। जिसमें बिना एलाईजा टेस्ट के ब्लड चढ़ाने के मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी गई।
इस दौरान टीम द्वारा की गई जांच और टीम में शामिल सदस्यों पर भी सवाल उठाए गए। जिसमंे जांच टीम में शामिल जिला औषधि नियंत्रक और इसी ब्लड बैंक प्रभारी के अधीनस्थ सह-आचार्य डॉ रूबी नाज को शामिल करने पर सवाल उठाए गए।
इसी दौरान जनाना अस्पताल में बायोकेमिस्ट्री विषय संबंधी जॉचो के लिए डोनेशन पर एक मशीन लगा दी गई थी। ऑथराइजेशन या उसकी क्रिट की खरीददारी के संबंध में आज तक कोई टेंडर प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। गौरतलब यह है कि जनाना अस्पताल में बॉयोकेमिस्ट्री विभाग का कोई चिकित्सक ही नहीं है फिर भी वह मशीन लगा दी गई।
-इस प्रकरण की दुबारा जांच के लिए अस्पताल अधीक्षक को अधिकृत कर दिया है। वे जल्दी ही नई टीम बनाकर दुबारा जांच करवाएंगे और इस जांच के तथ्यों के विरोधाभास को भी रिएग्जामिन करेंगे।
-डाॅ शिवभगवान
प्रचार्य, झालावाड मेडिकल काॅलेज
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