अफ्रीकी यूनियन को पहले ही दिन शामिल किया जी-20 में
-भारत बना विकासशील देशों की आवाज
नई दिल्ली में शनिवार से शुरू हुए जी-20 शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ को पहले ही दिन स्थाई सदस्यता देकर भारत विकासशील देशों की आवाज बन गया। समिट के उद्घाटन के बाद ही इस समिट में आए नेताओं के बीच एयू को इस वैश्विक मंच में शामिल करने पर पर सहमति बन गई। अब एयू इ समंच का 21 वां सदस्य होगा।
जी-20 के गठन के बाद से पहली बाद इसका विस्तार हुआ है। अफ्रीकी देशों को विश्व की सबसे बडी अथव्यवस्थाओं के साथ जुड़ना वैश्विक अर्थव्यवस्था और भू राजनेतिक लिहाज से बडा फैसला है।
इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की। समिट के उद्घाटन के बाद वैश्विक नेताओं के बीच चर्चा के बाद इस पर सहमति बनी। जिसके बाद इस वैश्विक मंच के 21 वें स्थायी सदस्य के रूप में एयू को शामिल करने की प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की।
भारत पहली इस समिट की मेजबारी कर रहा है और इस मंच का भी यह पहला विस्तार हैै। जिसमें अफ्रीका जैसे गरीब और विकासशील 55 देशों को शामिल करने पर समिट में आए नेताओं ने बिना कोई किन्तु परंतु किए पहले ही सत्र में इस फैसले पर मोहर लगा दी।
पीएम मोदी ने पहले सदस्य देशों के सामने ग्लोबल साउथ के प्रमुख ब्लॉक अफ्रीकी संघ को जी-20 में शामिल करने का प्रस्ताव रखा। जिसको सभी ने स्वीकार कर लिया। पीएम ने कहा कि सबका साथ की भावना को ध्यान में रखते हुए अफ्रीकी संघ को जी 20 की स्थायी सदस्यता दी जानी चाहिए।
इस दौरान प्रगति मैदान के भारत मंडपम में विश्व नेताओं की तालियों की गूंज के बीच पीएम मोदी ने अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष अजाली असौमानी को मंच पर आने का न्यौता दिया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने असौमानी को उनकी सीट तक पहुंचाया। स्थाई सदस्य की सीट पर बैठने से पूर्व एयू प्रमुख पीएम मोदी से बेहद गर्मजोशी से गले मिले व हाथ मिलाया।
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