ठेका गरीब का, कारोबार अमीर का, शराब सौदागरों का काला कारनामा
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गरीबों के नाम से करोड़ों का कारोबार, वसूली के नोटिस आये तो उड़े होश!
झालावाड। शराब ठेका गरीब का और कारोबार अमीर का। जिले में आबकारी विभाग के अधीन चल रही शराब की दर्जनों दुकानें गरीबों के नाम से आवंटित करवा कर रसूखदार शराब कारोबारी चला रहे हैं। मामले का खुलासा तब हुआ जब कुछ लोगों के पास आबकारी विभाग की ओर से जारी करोडों रूपए बकाया के नोटिस पहुंचे।
शराब सौदागरों का करोड़ों का घोटाला सामने आया है, एक दर्जन से अधिक ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें गरीब व्यक्तियों के नाम से शराब की दुकानों का आवंटन हो गया और उनको पता भी नहीं चला। इन गरीब लोगों के घरों में आबकारी विभाग की तरफ से करोड़ों रुपए के रिकवरी नोटिस पहुँचे तो उनके होश उड़ गए। मामला झालावाड़ जिले के अकलेरा क्षेत्र का है, जहां शराब सौदागरों द्वारा कुछ गरीब लोगों के दस्तावेज सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने के बहाने से लिये और धोखाधड़ी कर दुकाने आवंटित करवा ली। सोचने वाली बात है कि कोई भी व्यक्ति ना तो आबकारी विभाग में गया और न ही उन्होंने दुकानों के लिए आवेदन किया।
90 करोड रुपए बकाया है आबकारी विभाग के
झालावाड़ जिले के आबकारी विभाग के शराब व्यवसाईयों पर 90 करोड रुपए बकाया है। इनमें कई बकायादार 8 से 10 साल पुराने भी हैं। जो लंबे समय के बावजूद विभाग को बकाया रकम जमा नहीं कर रहे हैं। आबकारी विभाग के सूत्र बताते हैं किं कई शराब व्यवसायी समय पर बकाया रकम जमा नहीं करते। जिससे उनके ऊपर बकाया रकम चलती रहती है। ऐसे व्यवसाईयों पर विभाग का करीब 90 लाख रुपए बकाया है। जो बार-बार नोटिस देने के बावजूद जमा नहीं करते।
जबकि विभाग उन्हें लक्ष्य पूरा करने के लिए अतिरिक्त समय भी देता है। और कई प्रकार की छूट भी देता है। विभाग की देनदारी को बार-बार इग्नोर करने वाले ऐसे व्यवसाईयों के खिलाफ विभाग संपत्ति अटैच करने की कार्रवाई करेगा।
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