झालावाड की बच्चा चोर गैंग को मध्यप्रदेश में पकड़ा, हुसैन टेकरी से चुराए थे दो बच्चे
childliftergang
-गुजरात में बेचने वाले थे बच्चों को
-झालरापाटन का रशीद और उसकी पत्नी जुलेखा मास्टरमाइंड
झालावाड। झालावाड के बच्चे चुराने वालों की गैंग दूसरे राज्यों से बच्चों को चुराने की वारदातों में लिप्त है। एक दिन पूर्व इस गैंग को मध्य प्रदेश के रतलाम पुलिस ने बच्चे चोरी करते हुए पकड़ा है। जो हुसैन टेकरी से बच्चे चुरा कर बेचने की तैयारी में थे।
ठस गैंग का सरगना और मास्टरमाइंड झालावाड़ जिले के झालरापाटन कस्बे के रहने वाले राशिद और उसकी पत्नी जुलेखा हैं। पकड़े गए शेष सदस्य बबली (40) पति सलीम, नासरा बी (24) पति फारूक, मोहम्मद हनीफ (50) पिता अब्दुल रशीद तीनों झालावाड़ शहर के रहनेवाले हैं। जबकि ने महिला को बच्च्े बेचे जाने वाले थे वह नर्स है। नर्स मेहजबिन बी (34) पति अशफाक खान गुजरात के मेहसाना की रहने वाली है। जो फिलहाल केरल के कोच्चि में कार्यरत है। नर्स के साथ एक नाबालिग आरोपी भी पकड़ा गया है।
रतलाम पुलिस ने बताया कि इस गैंग के सदस्य पहले तो बच्चे चुराते थे और बाद में बेच देते थे। रतलाम एसपी अमित कुमार ने बताया कि 30 नवंबर को जावरा औद्योगिक क्षेत्र थाने पर महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि वह अपने परिवार समेत हुसैन टेकरी मेला मैदान में झौंपड़ी में रहती है। अज्ञात आरोपी उसकी एक साल की बच्ची और 8 साल के बच्चे का अपहरण कर ले गए।
महिला की शिकायत पर जावरा शहर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया और लापता बच्चों की तलाश के लिए टीम का गठन किया। टीम ने घटनास्थल के आसपास से करीब 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे चेक किए। आरोपियों की पहचान करते हुए मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावर में दबिश देकर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके चुंगल से बच्चों को मुक्त करवाया।
राशिद चलाता था मैरिज ब्यूरो, हनीफ ऑटो चालक
झालरापाटन का राशिद और उसकी पत्नी जुलेखा मैरिज ब्यूरो चलाती थी। जबकि हनीफ उसकी पत्नी बबली और बेटी नासरा सुकेत के रहने वाले है जो कुछ समय से झालावाड में रह रहे हैं। हनीफ ऑटो चलाता है। सूत्रों ने बताया कि मेहजबीन इन्फर्टीलिटी क्लिीनिक में काम करती है और कई निस्संतान दंपति उसके समपर्क में रहते हैं। मामले की जांच में बच्चा चोरी के मामले झालावाड से भी सामने आ सकते हैं जिनमें इनकी लिप्तता हो सकती है।
80 हजार रुपए में हुआ सौदा
इस गैंग को गुजरात के मेहसाना निवासी नर्स मेहजबीन ने बच्चे उपलब्ध करवाने के लिए कहा था। बच्चे किसी निसंतान दंपत्ति को दिए जाने थे। इसके बदले गैंग को 80000 रुपए मिलने थे.
गैंग के सरगना राशिद और उसकी पत्नी जुलेखा झालावाड़ में उनके मिलने वालों से संपर्क किया किया और राशिद की पत्नी के साथ बबली, उसकी बहू नासरा, मोहम्मद हनीफ और एक नाबालिग जावरा के हुसैन टेकरी पहुंचे। दो से तीन दिन तक हुसैन टेकरी क्षेत्र में रुके। यहां आरोपियों की नजर हुसैन टेकरी क्षेत्र में झोपड़ी में एक साल की बालिका और उसके 8 साल के भाई पर पड़ी। आरोपियों ने बिस्किट का लालच देकर दोनों बच्चों को अपने पास बुलाया और उन्हें अपहरण कर साथ ले गए थे।
मानव अंग तस्करी का भी हो सकता है मामला
संभावना जताई जा रही है कि बच्चे खरीदने वाली नर्स मानव अंग तस्करी गिरोह से जुडी हो सकती है। बच्चों को खरीदने के पीछे मानव अंगों की तस्करी कर मोटी रकम कमाने का लालच हो सकता है। पुलिस जांच में इस गिरोह के पीछे किसी बडे सिंडिकेट का भी पर्दाफाश हो सकता है।
अभी पुलिस सभी आरोपीयो से और पूछताछ कर रही है कि क्या इस गिरोह से और भी आरोपी जुड़े है. हालांकि पूछताछ में इसी गिरोह द्वारा 1 बार पहले भी बच्चा चोरी की घटना सामने आ चुकी है और उस वक्त भी ये बच्चा चोरी के बाद पकड़ में आ चुके थे. ऐसे में अब इस बच्चा चोरी में अलग-अलग जगह से कुल 7 आरोपी गिरफ्तार हो चुके है.
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